एक छोटी कहानी

 एक छोटी कहानी


  एक बंदरिया थी। उसका नाम 'रिया' था। वह  बहुत ही नटकठ थी। वह रोज बोलती थी - 'मुझे केले खाने हैं'। मां सुनती थी और रोज अपनी बच्ची को केले खिलाती थी। एक दिन माता जी, केले देना भूल गई। जब रिया की मां, रसोई घर मे खाना पका रही थी, उस को अचानक एक आवाज सुनाई दिया। जब मां ने खिड़की से झाँककर देखा तो माँ ने प्यारा दृश्य देखा। उसकी लाड़ली, आम के पेड पर उछल खूद  रही थी। देखते देखते, रिया पांच आम खा गई।  'शायद उसका पेट भर गया होगा' एसे सोचकर, रिया की माँ, शांत हो गई। जब रिया लौट आई, उस ने बोला - "माँ, मुझे भूख लग रही है। मुझे केले खाने हैं'। यह सुनकर, उसकी मां हसने लगी। उसने प्यार से बोला -" रिया, ये केले खा लो"। उसने रिया को पांच केले दिए। केले को देखकर, रिया बहुत खुश हुई। उसने बोला - "मां, धन्यवाद'। खुशी के साथ, रिया ने केले का स्वाद का मज़ा लेना शुरु कर दिया। हर मां अपने बच्चे की खुशी चाहती है।


एस्॰पद्मप्रीया

Comments

Popular posts from this blog

நிகரற்ற நடிகர் சிவாஜி கணேசன்! Sivaji Ganesan

Poem: The Breaking of the Bastille

உலக தொலைநோக்கு பார்வையாளர் - பண்டிட் தீன் தயாள் உபாத்யாயா ஜி